India Languages, asked by lawraganpc7s7q, 1 year ago

Write 10 lines on lord krishna in sanskrit

Answers

Answered by rakhinayak1984
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Answer:

य एनं वेत्ति हन्तारं यश्चैनं मन्यते हतम्।

उभौ तौ न विजानीतो नायं हन्ति न हन्यते॥

न जायते म्रियते वा कदाचिन्

नायं भूत्वा भविता वा न भूयः।

अजो नित्यः शाश्वतोऽयं पुराणो

न हन्यते हन्यमाने शरीरे॥

Explanation:

Answered by RitaNarine
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भगवान् विष्णु के अष्टम अवतार या अवतार के रूप में भगवान् श्रीकृष्ण ने कई "लीला" या चमत्कारी पराक्रम की। देवकी एवं वासुदेव के अष्टम पुत्र के रूप में मथुरा में जन्म लेने के बाद उन्होंने अपने प्रारम्भिक वर्षों को नंदबाबा एवं यशोदा के साथ गोकुल में रहकर बिताए।

1) कृष्ण जन्माष्टमी एक वार्षिक आयोजन है जो अधिकतर हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है।

2) इस समय भगवान श्रीकृष्ण की जयंती का स्मरण किया जाता है।

३) भगवान् श्रीकृष्ण को भगवान् विष्णु के अष्टम प्रकटीकरण माना जाता है।

4) भगवान् श्रीकृष्ण की रचना जगत् को दुष्टों से उद्धार करने एवं सभी समस्याओं को दूर करने के लिए हुआ।

५) सः आचार्यः, मार्गदर्शकः, प्रेमी, देवता, मित्रम् इत्यादीनां भूमिकानां निर्वहणं कर्तुं निर्मितः आसीत् ।

६) भगवान् श्रीकृष्णः वेणुना मयूरपंखं धारयन् दृश्यते।

७) कृष्णः "मथुरा" इत्यस्य क्रूरराजस्य "कंस" इत्यस्य अत्याचारात् स्वानुयायिनः मुक्तवान् ।

8) "श्रीमद्भगवद्गीता" वही रूप है जिसमें भगवान् श्रीकृष्ण ने परम बुद्धि का संप्रेषण किया।

9) कृष्ण जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण के मन्दिरों में आराधना एवं प्रार्थना करने के लिए लोग उमड़ते हैं।

10) कृष्ण जन्माष्टमी पर अनेक व्यक्ति कठोर व्रत का पालन करते हैं, जबकि अन्य केवल फलों का सेवन करते हैं।

सः प्रसिद्धेषु हिन्दु-पौराणिक-व्यक्तिषु अन्यतमः आसीत्, पृथिव्यां व्यक्तिरूपेण भगवान् विष्णुः प्रकटितः आसीत् । सामाजिकदुष्टानां उन्मूलनार्थं जनानां मध्ये आनन्दं, प्रेम्णः, सौहार्दं च प्रसारयितुं सः निर्मितः ।

#SPJ2

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