Hindi, asked by prabhuBhatt327, 1 year ago

Write an essay:

atithi devo bhav in hindi


patilvc1966: in hidi only we should write?

Answers

Answered by rachanavyas
204

अतिथि देवो भव| atithi devo bhav. Guest is God

भारतीय संस्कृति में पञ्च यज्ञ में से एक अतिथि यज्ञ है| अतिथि अर्थात वो आगन्तुक जिसके आने की तिथि निर्धारित न हो| जो अचानक आ जाये वो अतिथि| उसे देवता सदृश सम्मान देना चाहिए| जो भी भोजन बना हो पहले उसे समर्पित करना चाहिए| उसे पूर्ण आदर-सत्कार के साथ रहने का आग्रह करना चाहिए| ऐसा कहा जाता है कि अतिथि का आना सौभाग्य की बात है| आज की भौतिकतावादी व्यस्त जिन्दगी में अतिथि भारस्वरूप लगते है | पर हमे अपनी संस्कृति का सदैव स्मरण रखना चाहिए| ऐसा कहा गया है कि जिस घर से अतिथि बिना सत्कार के खाली हाथ जाता है वो अपने मेजबान के पुण्य ले जाता है अत: अगर आपके पास कुछ उपलब्ध नहीं है तो जल के गिलास व मीठी बातों से अतिथि को तृप्त करे| भारत के पर्यटन मंत्रालय की भी यही टैगलाइन है- अतिथि देवो भव| दुर्भाग्य से कुछ विदेशी पर्यटक भारत से कुछ कटु अनुभव ले जाते है जैसे महिला पर्यटकों के साथ दुर्व्यवहार, अन्यों के साथ चोरी, धोखेबाजी की घटना| अत: ये हर भारतीय का नैतिक कर्तव्य है कि न सिर्फ हम अपने घर आने वाले अतिथि को सम्मान दे वरन देश भ्रमण को आने वाले अतिथियों को भी पूर्ण स्नेह, सम्मान और सहयोग दे|

Answered by shayanrazi84
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अतिथि देवो भव| atithi devo bhav. Guest is God


भारतीय संस्कृति में पञ्च यज्ञ में से एक अतिथि यज्ञ है| अतिथि अर्थात वो

आगन्तुक जिसके आने की तिथि निर्धारित न हो| जो अचानक आ जाये वो अतिथि| उसे देवता

सदृश सम्मान देना चाहिए| जो भी भोजन बना हो पहले उसे समर्पित करना चाहिए| उसे

पूर्ण आदर-सत्कार के साथ रहने का आग्रह करना चाहिए| ऐसा कहा जाता है कि अतिथि का

आना सौभाग्य की बात है| आज की भौतिकतावादी व्यस्त जिन्दगी में अतिथि भारस्वरूप

लगते है | पर हमे अपनी संस्कृति का सदैव स्मरण रखना चाहिए| ऐसा कहा गया है कि जिस

घर से अतिथि बिना सत्कार के खाली हाथ जाता है वो अपने मेजबान के पुण्य ले जाता है

अत: अगर आपके पास कुछ उपलब्ध नहीं है तो जल के गिलास व मीठी बातों से अतिथि को

तृप्त करे| भारत के पर्यटन मंत्रालय की भी यही टैगलाइन है- अतिथि देवो भव|

दुर्भाग्य से कुछ विदेशी पर्यटक भारत से कुछ कटु अनुभव ले जाते है जैसे महिला

पर्यटकों के साथ दुर्व्यवहार, अन्यों के साथ चोरी, धोखेबाजी की घटना| अत: ये हर

भारतीय का नैतिक कर्तव्य है कि न सिर्फ हम अपने घर आने वाले अतिथि को सम्मान दे

वरन देश भ्रमण को आने वाले अतिथियों को भी पूर्ण स्नेह, सम्मान और सहयोग दे|

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