Hindi, asked by GauravNarang7562, 11 months ago

यह कहना कहाँ तक युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य के साथ-साथ करुणा की भी अंतर्धारा है। अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दें।

Answers

Answered by AravindhPrabu2005
8

Answer:

sorry i don't. know the answer

Answered by Anonymous
7

यह कहना पूरी तरह से युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य के साथ साथ करुणा की भी अंतर्धारा है।

• एक व्यक्ति जामुन के पेड़ के नीचे दब गया है, चारों ओर भीड़ जमा हो जाती है।

• लोग इस व्यक्ति को निकालने के बजाय जामुन के रसदार पर की बाते कर रहे है।

•केवल बगीचे के माली को उस पर दया आती है , वह उसे खाना खिलाता है।

• सभ क्लर्क , ऑफिसर , विभागों के अध्यक इन सबकी भद्दी हरकते हास्य के साथ करुणा जगाती है।

• पेड़ न काटना पड़े इसलिए लोग इस व्यक्ति को काटने , फिर प्लास्टिक सर्जरी की बात करते है।

• यही अतिसंवेदनहीनता कहलाती है।

• उन्हें संस्कृति विभाग का सदस्य बनाया जाता है परन्तु उसे बचाने की कोशिश नहीं की जाती।

• देशों के आपसी संबंध के नाम पर उस व्यक्ति की बलि दी जाती है।

• उपुर्युक्त सभी बातो से करुणा की गहराई

का आभास होता है।

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