Hindi, asked by mohit5931, 1 year ago

यदि प्रकृति में सुंदर सुंदर रंग नहीं होते तो क्या हो जाता

Answers

Answered by MavisRee
116

ब्रह्मा ने दुनिया बनायीं जब चारो ओर देखा तो कहीं सुन्दरता नहीं  नज़र आई,झरने रहे थे ,नदियाँ भी अपने रफ़्तार में थी I इस प्रकार देखने को सारे कुछ थे और दुनिया उदास थी I ब्रह्मा जी ने सोचा की क्या करूँ जो दुनिया खुबसूरत लगे I उन्होंने ध्यान लगाया  तो तुरंत आम के वृक्ष के नीचे एक श्वेताम्बरा देवी प्रकट हुई जो हंस पे सवार थी ,हाथ में वीणा थे I उन्होंने कहा ब्रह्मा जी ये दुनिया इतने निःशब्द क्यूँ हैI शायद आप रंग भरना भूल गए हैं Iउन्होंने कहा पता नहीं क्या भूल हुई  Iतभी तो तुम्हारा ध्यान  किया है Iअब वहीँ शिला पर माता सरस्वती माँ बैठ गयी I आम्र मंजरी की खुशबु आ रही थी , माघ पंचमी का दिन था I जैसे ही माँ सरस्वती ने वीणा के सातो सुर को आँख बंद करके एक बार स्पर्श किया तो कोयल की कुहू कुहू की आवाज़ आने लगी I झरने झर-झर करने लगे ,नदियाँ कल-कल करने लगी I चिड़ियों की चहचहाने कि आवाज़ मुखरित होने लगी I सरस्वती ने खड़े होकर ब्रह्मा जी के सामने अपने हाथ जोड़े और पूछा हो गयी दुनिया सुन्दर ? और यही प्रकृति और यही प्रकृति  की सुन्दरता है  I प्रकृति की सुन्दरता न हो तो दुनिया नीरस हो जाएगी I प्रकृति हमे माँ का अंचल देती है अतःहमें इसकी रक्षा करनी चाहिए  I

Answered by tanmore
17

Answer:

प्रकृती मे रंग नही होते तो पूरी दुनिया बेरंग हो जाती !

Explanation:

यदि प्रकृति में सुंदर-सुंदर रंग नहीं होते तो पूरी प्रकृति ही बेरंग नजर आती। प्रकृति के सुंदर रंगों को देखकर मन प्रफुल्लित हो उठता है। रंगों के अभाव में सारी प्रकृति, सारे जीव-जंतु, मानव, पेड़-पौधे, फल-फूल एक ही जैसे नजर आते।

Similar questions