बच्चों की कल्पना है और माता-पिता का डर इस विषय पर अपने विचार लिखिए
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Answer:
बच्चों की कल्पना माता-पिता का डर विषय पर मेरे विचार इस प्रकार है , बच्चों के लिए माता-पिता का डर होना बहुत जरूरी है | इस डर की वजह से बच्चों के मन में एक डर सा बना रहता है , और बच्चा गलत काम नहीं करता है | बच्चे को पता होता है की गलत काम करने से माता-पिता गुस्सा करेंगे | इसी डर के कारण बच्चे सही और गलत बाते सीखते है और कोई भी काम करने से पहले सोचते है |
माता-पिता डर हमेशा बना रहना चाहिए ताकी बच्चे कोई भी गलत रास्ते पर न जाए | माता-पिता को बच्चों को डर के साथ उन्हें हिम्मत और अच्छी बाते भी सिखानी चाहिए | गलत काम करने पर बच्चों को उनकी गलती का एहसास दिलाना चाहिए |
Explanation:
mata pita ka dar baccho par bure kaam ko karne yaar karne ke baare me sochne se rokta hai aur bure khayaal lane se baache naach jate aur chuki bacche kalpana se apne ko dhal te hai 90°\° to mata pita ka daar baccho ko raha na chaiya
बच्चों की कल्पना है और माता-पिता का डर इस विषय पर अपने विचार लिखिए
बच्चों की कल्पना है और माता-पिता का डर होना बहुत जरूरी है | यदि बच्चों के मन में डर बना रहेगा , तो कोई भी काम करने से पहले बच्चे माता-पिता से जरुर पूछेंगे |
व्याख्या :
बच्चे अपने बचपन से ही मन में तरह-तरह की कल्पनाएँ बना लेते है | बच्चों को अपने माता-पिता का डर होना चाहिए , उन्हें माता-पिता से डरना चाहिए | बचपन से ही बच्चों को माता-पिता का डर होगा तो वह गलत काम नहीं करेंगे | जब बच्चों को माता-पिता का डर होता है , तब हर काम अपने माता-पिता से पूछ कर करते है |
जब भी बच्चे गलती करते है , तब माता-पिता दोनों को उनगे गलती का अहसास दिलाना चाहिए | उन्हें गलत और सही में फर्क बताना माता-पिता का कर्तव्य होता है | बच्चों को माता-पिता का डर होना चाहिए |