Hindi, asked by angel1212, 1 year ago

Essay on बिन मांगे मिल मोती मांग मिल न भीख

Answers

Answered by iiiu
7
Sry I don't no hindi!!!!
Answered by pallupradhan162
16
यों बैठे तुम निठठ्ले नहीं है कोई काम धाम कर्म की महिमा को समझो कर्म सुख की खान मूढ़ बैठा चौखट प्रभु के मांगे है दिन रात कर्मयोगी बन कोई करता है पुरुषार्थ कहा कृष्ण ने अर्जुन से ध्येय तुम्हारा है करना कर्म फल की इच्छा त्याग अर्पित कर सब कर्म प्रभु को रख ह्रदय में आस फलित होंगे कर्म तुम्हारे रख खुद पे विश्वास आस कह रही श्वास से धीरज रखना सीख बिन माँगे मोती मिले माँगे मिले न भीख रेखा जोशी

I hope it will help you :-)
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