गद्य साहित्य का विविध रूपों में विकास किस काल में हुआ ?
Answers
अब्बसिद अवधि के दौरान साहित्यिक गद्य विकसित होने लगा।
Explanation:
प्राचीन मिस्र के साहित्य को साहित्य के इतिहास के शुरुआती अध्ययनों में शामिल नहीं किया गया था क्योंकि प्राचीन मिस्र के लेखन को 19 वीं शताब्दी तक यूरोपीय भाषाओं में अनुवादित नहीं किया गया था इब्न अल-मुक़ाफ़ा फ़ारसी मूल के, कालपीह वा दीमनाह शीर्षक के तहत बिदपै की दंतकथाओं का अरबी में अनुवाद किया। इन दंतकथाओं ने इस्लामी संस्कृति को कहानियों और दृष्टांतों के एक अटूट खजाने के साथ प्रदान किया, जो पूरे मुस्लिम साहित्य में अलग-अलग दिशाओं में पाए जाते हैं। क्लासिक ऑफ पोएट्री चीनी कविता का सबसे पुराना मौजूदा संग्रह है, जिसमें 11 वीं से 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व तक के गुमनाम लेखकों द्वारा लिखा गया |
गद्य साहित्य का विविध रूपों में विकास किस काल में हुआ ?
गद्य साहित्य के विविध रूपों का विकास गद्य साहित्य का वास्तविक इतिहास भारतेन्दुकाल सन 1850 ई से आरम्भ में हुआ था। गद्य के विकास में सन 1850 से 1900 ई तक का समय भारतेन्दु युग कहलाता है|
भारतेन्दुकाल में संस्कृत के सरल शब्दों , प्रचलित विदेशी शब्दों , लोकोक्तियों तथा मुहावरों के प्रयोग से भारतेन्दु युग की भाषा में सजीवता आ गई थी|
भारतेन्दु युग की विशेषता :
- इस युग में हिंदी गद्य का स्वरूप निर्धारित हुआ तथा |
- इस युग के लेखकों में अपनी भाषा , जाती और राष्ट्र के उत्थान के लिए गहरी समर्पण-भावना थी |