इन रुबाइयों से हिंदी, उर्दू और लोकभाषा के मिले-जुले प्रयोगों को छाँटिए।
Answers
Answer:
Bharat mein bahut Sare Lokgeet Hai Jo hamari Hamare desh ki mahilayen Karti Hai
Explanation:
Hindu Muslim Nahin Ek Nadi Mein Nahate Samay Ke Geet Chhath Ke Geet Bharat ke geet Gaate Hain
रुबाइयों में हिंदी, उर्दू और लोकभाषा के मिले-जुले प्रयोग इस प्रकार हैं-
हिंदी में प्रयोग:
आँगन में लिए चाँद के टुकड़े को खड़ी।
हाथों में झुलाती है उसे गोद-भरी
गूंज उठती है खिलखिलाते बच्चे की हंसी
किस प्यार से देखता है बच्चा मुंह को
दीवाली की शाम घर पुते और सजे
रक्षाबंधन की सुबह रस की पुतली
छायी है घटा गगन की हल्की-हल्की
बिजली की तरह चमक रहे है लच्छे
भाई के बंधती चमकती राखी |
उर्दू में प्रयोग
उलझे हुए गेसुओं में कंघी करके
देख आईने में चाँद उतर आया है।
लोकभाषा में प्रयोग
रह-रह के हवा में जो लोका देती है।
आँगन में ठनक रहा है ज़िदयाया है।
बालक तो हुई चाँद पें ललचाया है।