Hindi, asked by sw0070, 3 days ago

इस कवि ता मेंकवि ने :अलग न अतं र प्राण ; होनेकी बात कही है। इसका क्या आशय है?

Answers

Answered by cutequeen6430
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Explanation:

शीर्षक कविता में कवि ने अलग न अंतर-प्राण होने की बात कही है, इसका आशय यह है कि मनुष्य का हृदय और उसके शरीर में चलने वाली साँसे अलग-अलग नहीं है। वे सभी व्यक्तियों में एक समान रूप से चलती है ।

I think hope it will help u

Answered by anandhapandiviiic
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Answer:

bins out to me not unmute you mam can I have finished it and then I am sorry for me not my fault you mam we have finished the angle between a male I am ANANDHA

Explanation:

no aka I can 5

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