(क) आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के बीच अपना हक जमाने के लिए अंग्रेजों ने क्या किया?
Answers
यह प्रश्न ‘अन्याय के खिलाफ’ पाठ से लिया गया है। जिसमें अंग्रेजों के अन्याय खिलाफ एक कोया आदिवासी श्री राम राजू और अन्य कोया आदिवासियों के साहस और विद्रोह का वर्णन है।
आदिवासियों ने अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया था। घने जंगलों में रहने वाले आदिवासी घने जंगलों के चप्पे-चप्पे से परिचित थे। वे जंगल में छुपकर अंग्रेजों पर अचानक आक्रमण कर देते थे और उनके अस्त्र-शस्त्र लूट ले जाते थे। अग्रेजों को उनसे निपट पाना बहुत मुश्किल प्रतीत हो रहा था। अंग्रेजों ने देखा कि अस्त्र-शस्त्र के बल पर उनसे नहीं जीता जा सकता क्योंकि कोया आदिवासी बहुत तेजतर्रार और बहादुर थे और एकजुट भी थे। तब अंग्रेजों ने दूसरी तरकीब अपनाई।
अंग्रेजों ने आदिवासियों तक राशन-पानी पहुंचने वाले सारे मार्ग को बंद कर दिए। जिससे धीरे-धीरे आदिवासियों को खाने-पीने की कमी होने लगी और उनके भूखे मरने की नौबत आ गई। भूख की तड़प के आगे विवश होकर आदिवासियों को अंग्रेजों के आगे आत्मसमर्पण करना पड़ा।