काँच को अतिशीतित द्रव क्यों माना जाता है?
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Explanation:
क्योंकि यह ठोस हुए भी द्रव्यों की कुछ गुण प्रदर्शित करता है। द्रव्य के समान इसमें प्रवाहित होने का गुल होता है। इसका यह गुण पुराने घर में देखा जा सकता हैं। जो तली पर कुछ मोटा होता है,यह केवल तभी संभव हैं जब यह अत्यंत इसे द्रव्यों के समान प्रवाहित हो ..।
कांच को अतिशीतित द्रव इसलिए माना जाता है क्योंकि कांच एक ठोस पदार्थ होते हुए भी द्रव के कुछ गुण प्रदर्शित करता है। कांच में द्रव के समान प्रवाहित होने का गुण होता है अर्थात पिघलने पर यह द्रव के समान बहने लगता है। यद्यपि प्रवाहित होने का ये गुण यद्यपि बहुत मंद गति से होता है अर्थात द्रव के समान ये तीव्र गति से नही बहते, तथापि द्रव के आंशिक रूप से मंद-मंद प्रवाहित होने के गुण के कारण काँच को अतिशीतित द्रव माना जाता है। काँच को आभासी ठोस भी कहा जाता है।
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