Hindi, asked by divij1065, 9 months ago

• क्या तुमने कभी जानवरों के खेल या नाच होते देखे हैं? जैसे -
सरकस में, सड़क पर, पार्क में।
- कब और कहाँ देखा?
- किस जानवर का खेल देखा?
• जानवरों के प्रति लोगों का क्या व्यवहार था?
• क्या कोई जानवर को परेशान भी कर रहा था? कैसे?
• वह खेल देखकर तुम्हारे दिमाग में किस-किस तरह के सवाल उठे?
• मान लो, तुम एक जानवर हो, जो कैद में है। अब तुम इन वाक्यों को पूरा करो।
- मुझे डर लगता है जब _________________
- मेरी इच्छा है कि मैं ________________
- मैं उदास होता हूँ जब _________________
- अगर मुझे मौका मिलता तो मैं _____________
- मुझे यह बिल्कुल भी पसंद नहीं _______________

Answers

Answered by ankit13211911114
0

Answer:

- मेरी इच्छा है कि मैं ____azad ho ju____________

मैं उदास होता हूँ जब ____vo Mike marte h

_____________

- अगर मुझे मौका मिलता तो मैं ____bhg(run) ju_________

मुझे यह बिल्कुल भी पसंद नहीं _______h________

Explanation:

मुझे यह बिल्कुल भी पसंद नहीं _______________

Answered by shishir303
0

⦿ क्या तुमने कभी जानवरों के खेल या नाच होते देखे हैं? जैसे -

⦿ सरकस में, सड़क पर, पार्क में।  कब और कहाँ देखा?

▬ हमने कुछ माह पहले सर्कस में जानवरों के खेल को देखा था। जहां तरह-तरह के जानवर थे। जिनमें शेर, हाथी, खरगोश, भालू, बंदर आदि जानवर थे। हमने उनके करतब देखे। इसके अलावा कई बार कोई मदारी बंदरों आदि को लेकर या कोई संपेरा सांप आदि को लेकर अक्सर हमारे मोहल्ले-कालोनियों में आते रहते हैं और हमने  बंदर, सांप आदि के करतब भी देखे हैं।  

⦿ किस जानवर का खेल देखा? जानवरों के प्रति लोगों का क्या व्यवहार था?

▬ हमने सर्कस में हाथी, भालू, शेर, बंदर का करतब देखा। हमने सर्कस में देखा कि जानवरों के प्रति सर्कस के लोगों का व्यवहार मिला-जुला था। वह जानवरों के साथ सख्ती के साथ भी पेश आ रहे थे और नरमी के साथ भी पेश आ रहे थे। कुछ जानवर करतब दिखाना नहीं चाह रहे थे तो उनके साथ सख्ती की जाती थी। जानवरों के साथ नरम व्यवहार भी किया। बहुत सारे दर्शक लोग जानवरों को छूना चाहते थे और उन्हें देखकर रोमांचित हो रहे थे और उन्हें छूना चाहते थे।  

⦿ क्या कोई जानवर को परेशान भी कर रहा था? कैसे?

▬ हाँ, सर्कस में कुछ शैतान बच्चे जानवरों को चिढ़ा रहे थे और उन्हें परेशान करने की कोशिश कर रहे थे। इसके अलावा सर्कस का जो रिंग मास्टर था, वह उन जानवरों को बार-बार करतब दिखाने के लिए मजबूर कर रहा था, जो करतब दिखाने के इच्छुक नहीं थे। हमने उन जानवरों की परेशानी महसूस की।  

⦿ वह खेल देखकर तुम्हारे दिमाग में किस-किस तरह के सवाल उठे?

▬ सर्कस में जानवरों के करतब देखकर हमारे मन में एक सवाल उठे, जो इस प्रकार है....  

  • जानवरों ने करतब कैसे सीखे होंगे?  
  • क्या उन्हें यह सारे करतब दिखाकर आनंद आता होगा?  
  • अपने सामने इतने सारे लोगों को देखकर वह कैसा अनुभव करते होंगे?  
  • लोगों द्वारा तालियां जाने पर क्या वे खुश होते होंगे?
  • अगर इन जानवरों को उनके पिंजड़ों से निकालकर खुला छोड़ दिया जाए तो क्या वे भाग जाएंगे?  
  • क्या इन जानवरों को पेट भर भोजन पानी मिलता होगा? इनकी बराबर से देखभाल की जाती होगी?  
  • इन्हें अपनी स्वतंत्रता और अपने मूल घर यानी जंगल की याद आती होगी कि नहीं?  
  • क्या इन जानवरों को पिंजरो में या जंजीरों से बंद होकर रहना पसंद आता होगा?

⦿

माना मै एक जानवर हूँ तो....

▬ मुझे डर लगता है जब करतब दिखाने वाला यानी रिंग मास्टर अपना डंडा लेकर आता है।

मेरी इच्छा है कि मैं एक बार फिर वापस अपने जंगल की ओर चला जाऊं और वहां स्वतंत्र होकर रहूं।  

मैं उदास होता हूँ, जब मेरा करतब ठीक से नहीं हो पाता और लोग खुश नहीं हो पाते होते।  

अगर मुझे मौका मिलता तो मैं सब जानवरों को भगाकर किसी तरह जंगल की ओर चला जाता।

▬ मुझे यह बिल्कुल भी पसंद नहीं कि मुझे जानवरों की तरह बांध के रखा जाए। पता नहीं जानवर कैसे बंद होकर रह लेते हैं।

▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬  

“कहानी सँपेरों की”  

(पर्यावरण अध्ययन — कक्षा 5, पाठ -2)  

इस पाठ से संबंधित अन्य प्रश्नों के लिये नीचे दिये लिंकों पर जायें...  

"• सँपेरों के अलावा और कौन-कौन लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए जानवरों पर निर्भर होते हैं?  

___________________________________________"

https://brainly.in/question/16028510

• क्या तुमने कभी किसी को बीन बजाते देखा है? कहाँ?

• क्या तुमने कभी साँप देखा है? कहाँ?

• क्या तुम्हें उससे डर लगा? क्यों?

• तुम्हें क्या लगता है, सभी साँप जहरीले होते हैं?

• तुमने पिछले पाठ में पढ़ा कि साँप के बाहरी कान नहीं होते। सोचो, क्या वह बीन की धुन सुन पाता होगा या फिर बीन के हिलने से ही वह नाचता होगा?

https://brainly.in/question/16028508

Similar questions