प्रश्न 2.
चन्दबरदाई के व्यक्तित्व का परिचय दीजिए।
Answers
‘चंदबरदाई’ अजमेर और दिल्ली के राजा पृथ्वीराज चौहान के राज्य कवि थे। उनका जन्म सन् 1148 में लाहौर में हुआ था, जो कि अब पाकिस्तान में है। इनके पिता का नाम राव वैण था। चंदबरदाई बचपन से ही बड़े मेधावी और प्रतिभाशाली थे। उनकी भाषा और साहित्य पर अच्छी पकड़ थी। उन्होंने ज्योतिष विद्या में महारत हासिल कर ली थी। वो पुराणों, उपनिषदों वा अन्य शास्त्रों के अच्छे ज्ञाता थे।
अपनी प्रतिभा के बल पर वे दिल्ली के राजा पृथ्वीराज चौहान के राज्य दरबार में राज्य कवि की उपाधि से विभूषित हुए। वे न सिर्फ राज्यकवि थे बल्कि पृथ्वीराज चौहान के व्यक्तिगत सलाहकार और मित्र भी थे। उन्होंने अस्त्र-शस्त्र की भी विधिवत शिक्षा-दीक्षा प्राप्त ली थी और वह अक्सर युद्धभूमि में अपने रण कौशल का परिचय देते थे।
उन्होंने पृथ्वीराज के चरित्र का बखान करते हुए ‘पृथ्वीराज रासो’ नामक ग्रंथ की भी रचना की थी। ‘पृथ्वीराज रासो’ ग्रंथ ढाई हजार पन्नों का हिंदी का एक बड़ा महाकाव्य है।