प्रश्न 4.
चौथ एवं सरदेशमुखी से आप क्या समझते हैं?
Answers
‘चौथ’ व ‘सरदेशमुखी’ अलग-अलग तरह के ‘कर’ थे जो मराठा साम्राज्य में सत्रहवीं और अठारहवीं शताब्दी में प्रचलित थे।
चौथ कर मराठों द्वारा दूसरे शासकों से लिए जाने वाला सुरक्षा कर था, जिसके एवज में वह अन्य शासकों को किसी तीसरे से सुरक्षा का भरोसा प्रदान करते थे। ये कर कुल आय का एक चौथाई होता था।
सरदेशमुखी कर मराठा क्षेत्र के शासकों से लिए जाने वाला कर था। यह कर मराठा क्षेत्र के शासकों द्वारा मुख्य शासक (सरदेशमुखी) को दिया जाने वाला कर था जो कुल आय का दस प्रतिशत होता था।
Explanation:
चौथ कर मराठों द्वारा दूसरे शासकों से लिए जाने वाला सुरक्षा कर था, जिसके एवज में वह अन्य शासकों को किसी तीसरे से सुरक्षा का भरोसा प्रदान करते थे। ये कर कुल आय का एक चौथाई होता था। ... यह कर मराठा क्षेत्र के शासकों द्वारा मुख्य शासक (सरदेशमुखी) को दिया जाने वाला कर था जो कुल आय का दस प्रतिशत होता था