‘परमाणु त्रिज्या' और 'आयनी क्रिन्या' से आप क्या समझते हैं?
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परमाणु त्रिज्या एक परमाणु के नाभिक से इलेक्ट्रॉन की सबसे बाहरी कक्षा तक की कुल दूरी है , जबकि आयनिक त्रिज्या एक आयन के सबसे बाहरी खोल मे उपस्थित इलेक्ट्रॉन और नाभिक के बीच की दूरी है।
Explanation:
परमाणु त्रिज्या का मतलब परमाणु का आकार , जोकि x-ray या दूसरे स्पेक्ट्रॉस्कोपिक विधि द्वारा मापा जाता है | अधातु के मामले मे इसे सहसंयोजक त्रिज्या कहते है , जबकि धातु के मामले मे इसे धातुमय त्रिज्या कहते है |
- सहसंयोजक त्रिज्या - यह अणु में एक जैसे ही तत्वों के दो सहसंयोजक बंधित (Co- valently Bonded ) परमाणुओं के नाभिक के बीच एक आधा दूरी है |
- धातुमय त्रिज्या - यह धातु की जाली (Mettalic Lattice) में दो आसन्न परमाणुओं के बीच एक आधी दूरी है।
आयनी त्रिज्या का मतलब आयन (कटियन या ऋणायन) का आकार , यह आयनिक क्रिस्टल में कटियन और ऋणायन के बीच की दूरी को मापने के द्वारा अनुमान लगाया जा सकता है । एक कटियन हमेशा अपने मूल परमाणुओं से छोटा होता है क्योंकि एक या अधिक इलेक्ट्रॉनों के नुकसान के परिणाम स्वरूप प्रभावी नाभिकीय आवेश बढ़ता है जबकि ऋणायन के साथ इसका विपरीत होता है |
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