ऋग्वेद के किस मंडल में पुरुष सूक्त मिलता है?
Answers
Answer:
ऋग्वेद के दसवें मंडल में पुरुष सूक्त मिलता है|
ऋग्वेद के दसवें मंडल में पुरुष सूक्त का वर्णन मिलता है।
ऋग्वेद भारतीय दर्शन का सबसे पुराना ग्रंथ है और यह चार वेदों में सबसे प्राचीन है।
ऋग्वेद के 10 मंडल में वर्णित पुरुष सूक्त के अनुसार श्लोक संख्या 13 में एक विराट पुरुष का वर्णन किया गया है। इस श्लोक के अनुसार वह विराट पुरुष ब्रह्मा है। इस विराट पुरुष के मुख से ब्राह्मणों की उत्पत्ति हुई है। भुजाओं से क्षत्रियों की उत्पत्ति हुई है। जांघों से वैश्यों की उत्पत्ति हुई है और पैरों से शूद्रों की उत्पत्ति हुई है।
ऋग्वेद के अनुसार जन्म से सब शूद्र ही होते हैं, लेकिन अपनी बुद्धि. विवेक एवं कर्मों से कोई भी ब्राह्मण वर्ण में जा सकता है या क्षत्रिय अथवा वैश्य बन सकता है।
यह सिद्धांत भारतीय समाज में बाद में आए उस सिद्धांत से बिल्कुल भिन्न था जिसमें जन्म से ही वर्ण का निर्धारण कर दिया जाता था और आज की जाति व्यवस्था उसी पर आधारित है।