Hindi, asked by prashantasethi4531, 9 months ago

तुम अपनी दाईं आँख बंद करो या हाथ से ढंको। उसी समय तुम्हारा साथी तुम्हारे बिल्कुल दाईं तरफ़ थोड़ी दूर खड़ा होकर कुछ एक्शन करें।
• क्या तुम बिना गर्दन घुमाए अपने साथी के एक्शन को देख पाते हो?
• अब दोनों आँखें खोलकर बिना गर्दन घुमाए दाईं तरफ़ खड़े साथी के एक्शन को देखो।
• दोनों तरीकों से देखने पर क्या अंतर पाया?
• अब गेंद या छोटा सिक्का उछालकर पकड़ने का खेल खेलो। एक बार दोनों आँखें खोलकर और एक बार एक आँख बंद करके। किस स्थिति में उसे पकड़ना आसान लगा?
• सोचो, अगर पक्षियों की तरह तुम्हारी आँखें तम्हारे कान की जगह होतीं तो कैसा होता? तुम ऐसे क्या-क्या काम कर पाते, जो अभी नहीं कर पाते हो?
• क्या तुम सोच सकते हो, जमीन पर पड़ी हुई एक रोटी किसी चील को । कितनी दूर से दिखाई दे जाती होगी?

Answers

Answered by mahendrarajbhar83867
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Answer:

but what we have to in this question???

Answered by shishir303
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⦿ तुम अपनी दाईं आँख बंद करो या हाथ से ढंको। उसी समय तुम्हारा साथी तुम्हारे बिल्कुल दाईं तरफ़ थोड़ी दूर खड़ा होकर कुछ एक्शन करें।

⦿ क्या तुम बिना गर्दन घुमाए अपने साथी के एक्शन को देख पाते हो?

▬ दाईं आँख बंद कर लेने पर दाईं ओर खड़े साथी का एक्शन बिना गर्दन घुमाये नही दिखाई दिया। लेकिन जब हमने दोनों आँखें खोलकर रखीं तो बिना गर्दन घुमाये भी दायी ओर खड़े साथी का एक्शन दिखाई देने लगा।

⦿ अब दोनों आँखें खोलकर बिना गर्दन घुमाए दाईं तरफ़ खड़े साथी के एक्शन को देखो।

⦿ दोनों तरीकों से देखने पर क्या अंतर पाया?

जब हम अपनी दोनों आंखें खोल कर रखते हैं तो आंखों का देखने का दायरा बड़ा हो जाता है और सामने की तरफ देखते रहने के बावजूद भी दाएं और बाएं दिखता रहता है।

⦿ अब गेंद या छोटा सिक्का उछालकर पकड़ने का खेल खेलो। एक बार दोनों आँखें खोलकर और एक बार एक आँख बंद करके। किस स्थिति में उसे पकड़ना आसान लगा?

▬ जब हमने एक गेंद या छोटे सिक्के को उछाला और दोनों आँखें खोल कर उसे पकड़ा तो गेंद या सिक्के को पकड़ने में ज्यादा कठिनाई नहीं हुई। लेकिन यह आँख बंद करके जब गेंद या सिक्के को पकड़ने की कोशिश की तो थोड़ी समस्या आई।  

⦿  सोचो, अगर पक्षियों की तरह तुम्हारी आँखें तम्हारे कान की जगह होतीं तो कैसा होता? तुम ऐसे क्या-क्या काम कर पाते, जो अभी नहीं कर पाते हो?

▬ अगर पक्षियों की तरह हमारी आंखें कान की जगह होती तो हम बिना गर्दन घुमाई दाएं या बायें किधर भी आसानी से देख सकते थे और हमारे देखने का दायरा बहुत बड़ा हो जाता। ऐसे अनेक कार्य कर पाते जो अभी नहीं कर पाते हैं।  

⦿ क्या तुम सोच सकते हो, जमीन पर पड़ी हुई एक रोटी किसी चील को । कितनी दूर से दिखाई दे जाती होगी?

▬ जमीन पर पड़ी हुई कोई भी रोटी या अन्य कोई खाने की वस्तु किसी भी चील को लगभग दो किलोमीटर दूर से दिखाई दे जाती है।

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“कैसे पहचाना चींटी ने दोस्त को”  

(पर्यावरण अध्ययन — कक्षा 5, पाठ -1)  

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• सुशीला ने अपनी बेटी की ‘पौटी' साफ़ करते समय तो मुँह नहीं ढंका, लेकिन दीपक की पोटी साफ़ करते समय उसने मुँह बँक लिया। ऐसा क्यों?  

•जब तुम कूड़े के ढेर के पास से गुजरते हो, वहाँ की गंध तुम्हें कैसी लगती है? उस बच्चे के बारे में सोचो जो दिन में कई घंटे इसी कचरे के ढेर में से चीजें बीनता है।  

•क्या गंध का अच्छा या बुरा होना सभी के लिए एक जैसा ही होता है। या इस पर हमारी सोच का असर भी पड़ता है?  

https://brainly.in/question/16028344  

• किसी ऐसे पक्षी का नाम लिखो जिसकी आँखें सामने की तरफ़ होती हैं।

• ऐसे कुछ पक्षियों के नाम लिखो जिनकी आँखें सिर के दोनों तरफ़ होती हैं। इन पक्षियों की आँखों का आकार उनके सिर की तुलना में कैसा होता है?

https://brainly.in/question/16028348

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