यह अद्वितीय - यह मेरा - यह मैं स्वयं विसर्जित' - पंक्ति के आधार पर व्यष्टि के समष्टि में विसर्जन की उपयोगिता बताइए।
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can you please translate it to English unable to understand
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please explain it to me
यह अद्वितीय - यह मेरा - यह मैं स्वयं विसर्जित' - पंक्ति के आधार पर व्यष्टि के समष्टि में विसर्जन की उपयोगिता
जब समष्टि में विसर्जन होता है, तब उसकी उपयोगिता बढ़ जाती है| प्रत्येक सभी गुणों से युक्त है लेकिन समाज में उसका विलय नहीं है, तो वह अकेला होगा| अकेला वह अपने गुणों का लाभ न स्वयं उठा पाएगा और न किसी अन्य का भला कर पाएगा| तब वह समाज के साथ जुड़ जाता है , तब उनके गुणों का सही लाभ उठाया जा सकता है|
अपने गुणों से वह समाज का कल्याण करता है| इस तरह वह अपने समाज का भी सही मार्गदर्शन करता है| समाज का विकास होता है और समाज में एकता स्थापित होती है| कवि ने कहा है की दीप का पंक्ति में विलय होना अर्थात एक व्यक्ति का समाज में विलय होना है|
मनुष्य अकेले भी बहुत करने की हिम्मत रखता है| जब वह स्वयं को समाज में मिला लेता है, तो वह समाज को मजबूत कर देता है| इसी प्रकार हमारे राष्ट्र को मजबूती मिलती है|