"Question 5 निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए− 'गिरगिट' कहानी में आपने समाज में व्याप्त अवसरानुसार अपने व्यवहार को पल-पल में बदल डालने की एक बानगी देखी। इस पाठ के अंश 'गिन्नी का सोना' का संदर्भ में स्पष्ट कीजिए कि 'आदर्शवादिता' और 'व्यवहारिकता' इनमें से जीवन में किसका महत्व है?
Class 10 - Hindi - पतझर में टूटी पत्तियाँ Page 122"
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गिन्नी का सोना पाठ के माध्यम में लिखित बताना चाहता है कि जीवन में व्यवहारवादी लोग लाभ हानि का हिसाब-किताब लगाने में अधिक में निपुण होते हैं। इसलिए वह आदर्शवादी लोगों से कहीं आगे निकल जाते हैं परंतु समाज की दृष्टि में उनका कोई अधिक मूल्य नहीं होता है। इसके विपरीत जो आदर्शवादी व्यक्ति है वे व्यवहारिकता को अपने आदर्शों के अनुरूप ढाल लेते हैं और अपने साथ-साथ समाज की भी उन्नति करते हैं। इसलिए जीवन में आदशॏन्मुखी व्यावहारिकता का ही अधिक महत्व है।
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आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।
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आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।
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‘गिरगिट’ कहानी में स्वार्थी इंस्पेक्टर पल-पल बदलता है। वह अवसर के अनुसार अपना व्यवहार बदल लेता है। ‘गिन्नी का सोना’ कहानी में इस बात पर बल दिया गया है कि आदर्श शुद्ध सोने के समान हैं। इसमें व्यवाहिरकता का ताँबा मिलाकर उपयोगी बनाया जा सकता है। केवल व्यवहारवादी लोग गुणवान लोगों को भी पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाते हैं। यदि समाज का हर व्यक्ति आदर्शों को छोड़कर आगे बढ़ें तो समाज विनाश की ओर जा सकता है। समाज की उन्नति सही मायने में वहीं मानी जा सकती है जहाँ नैतिकता का विकास, जीवन के मूल्यों का विकास हो।
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