स्पष्ट कीजिए क्यों (अथवा कैसे) :
(a) किसी ध्वनि तरंग में विस्थापन निस्पंद दाब प्रस्पंद होता है और विस्थापन प्रस्पंद दाब निस्पंद होता है । (b) आँख न होने पर भी चमगादड़ अवरोधकों की दूरी, दिशा, प्रकृति तथा आकार सुनिश्चित कर लेते है। (c) वायलिन तथा सितार के स्वरों की आवृत्तियाँ समान होने पर भी हम दोनों से उत्पन्न स्वरों में भेद कर लेते हैं ।
(d) ठोस अनुदैर्ध्य तथा अनुप्रस्थ दोनों प्रकार की तरंगों का पोषण कर सकते हैं जबकि गैसों में केवल अनुदैर्ध्य तरंगें ही संचरित हो सकती हैं, तथा
(e) परिक्षेपी माध्यम में संचरण के समय स्पंद की आकृति विकृत हो जाती है।
Answers
तरंग से सम्बंधित प्रश्नों को कारण सहित स्पष्ट करना -
Explanation:
(a) हम जानते हैं तरंग के नोड पर विस्थापन शून्य है लेकिन दबाव अधिकतम है जबकि एंटीनोड पर विस्थापन अधिकतम है और दबाव शून्य होगा।
( b )चमगादड़ एक विशेष आवृत्ति की ध्वनि को उत्पन्न करतें हैं ,यह तरंग के रूप में आगे जाती है ,और किसी चीज़ के होने पर टकराकर वापस आती है, इस पास आने वाली तरंग में होने वाले परिवर्तन से चमगादड़ दूरी, दिशा, प्रकृति तथा आकार सुनिश्चित कर लेते है।
(c) ऐसा इसलिए है क्योंकि तरंगों की प्रकृति और अधिस्वर दोनों मामलों में अलग अलग होतें हैं।
(d) अपरूपण प्रतिबल न होने के कारण गैसों में केवल अनुदैर्ध्य तरंगें ही संचरित हो सकती हैं।
(e) परिक्षेपी माध्यम में संचरण के समय स्पंद अलग तरंग दैर्ध्य वाली तरंगों का संयोजन है। ये तरंग विभिन्न वेग के साथ एक फैलाव वाले माध्यम में यात्रा करती हैं, जो माध्यम की प्रकृति पर निर्भर करती है। इसके परिणामस्वरूप फैलने वाले माध्यम में प्रसार के दौरान स्पंद की आकृति विकृत हो जाती है।
सितार की दो डोरियाँ A तथा B एक साथ 'गा' स्वर बजा रही हैं तथा थोड़ी-सी बेसुरी होने के कारण 6 Hz आवृत्ति के विस्पंद उत्पन्न कर रही हैं । डोरी A का तनाव कुछ घटाने पर विस्पंद की आवृत्ति घटकर 3 Hz रह जाती है। यदि A की मूल आवृत्ति 324 Hz है तो B की आवृत्ति क्या है ?
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